भारत और वेस्टइंडीज के बीट तीन मैचों की टी-20 सीरीज का तीसरा मैच आज मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों टीमें एक-एक मुकाबला जीत चुकी हैं और आज वानखेड़े स्टेटियम में जो जीता वह सीरीज पर भी कब्जा कर लेगा। यह वही मैदान है जहां तीन साल पहले वेस्टइंडीज, क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप में भारत का सफर थाम कर विश्व चैंपियन बना था। उसने टीम इंडिया को पहले सेमीफाइनल में सात विकेट से हराया उसके बाद फाइनल में इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर दूसरी बार यह खिताब जीता था। उसके बाद से दोनों टीमें पहली बार इस मैदान पर आमने-सामने होंगी।अब देखना रोचक होगा कि कोहली एंड कंपनी उस हार का बदला चुका पाती है या कैरेबियाई टीम एक और जख्म उसे देती है।इस सीरीज के दो मैचों में भारतीय ओपनिंग जोड़ी अच्छा स्टार्ट नहीं दे पाई है, ओपनर रोहित शर्मा पिछले दो मैचों में नाकाम रहे लेकिन अब घरेलू मैदान पर बड़ी पारी खेलना चाहेंगे। केएल राहुल और कोहली ने रन बनाए हैं। पिछले टी-20 मैच में अपना पहला टी-20 अर्द्धशतक बनाने वाले शिवम दुबे ने आक्रामक पारी खेली। टीम इंडिया को उनसे फिर बड़ी पारी की उम्मीद होगी।वानखेड़े का मैदान वेस्टइंडीज के लिए लकी रहा है, वेेस्टइंडीज ने यहां दो मुकाबले खेले हैं और दोनों में शानदार जीत दर्ज की है।विंडीज के ओपनर लेंडल सिमंस को यह मैदान काफी रास आता है।तीन साल पहले टीम को विश्व कप जिताने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। सिमंस,पोलार्ड और लुईस आईपीएल में मुंबई की ओर से खेलते हैं और उन्हें इस मैदान पर खेलने का अच्छा खासा अनुभव है।निकोलस पूरन और हेतमायर ने भी पिछले दो मैचों में अच्छी पारियां खेली। गेंदबाजों में कॉर्टल को विकेट मिले हैं।केसरिक विलियम्स, लेग स्पिनर वाल्श और होल्डर को अनुशासित प्रदर्शन करना होगा।भारत के लिए ऋषभ पंत कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं। धोनी के वारिस समझे जा रहे पंत के लिए अपेक्षाओं का दबाव सह माना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने आखिरी अर्द्धशतक अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाया था। संजू सैमसन जैसे क्रिकेटरों से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे पंत को समय रहते प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
कप्तान कोहली फील्डिंग को लेकर भी चिंतित होंगे।पिछले मैच में उसने लेंडल सिमंस का आसान कैच टपकाया जिसने 45 गेंद में 67 रन बनाकर वेस्टइंडीज की जीत की नींव रखी। भारतीय फील्डरों ने भी कई कैच टपकाए और फालतू रन दिए। कोहली ने कहा भी है कि अगर क्षेत्ररक्षण ऐसा रहा तो कोई भी स्कोर नाकाफी होगा। भारत की गेंदबाजी अभी भी चिंता का सबब है। दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने पहले दो मैचों में रन दिए।