श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, बादशाहीथौल, टिहरी की सम सेमेस्टर (द्वितीय, चतुर्थ, षष्टम एवं अंक सुधार ) की परीक्षाओं के परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण हेतु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी०पी० ध्यानी, कुलसचिव खेमराज भट्ट एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ वी०पी० श्रीवास्तव जनपद हरिद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने 05 महाविद्यालय/संस्थानों में ताबड़तोड़ निरीक्षण किया।
सर्व प्रथम कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा एच०ई०सी० कॉलेज हरिद्वार का औचक निरीक्षण किया जहां बायोटेक्नोलॉजी षटम सेमेस्टर की परीक्षा संचालित की जा रही थी, निरीक्षण के दौरान संस्थान में सीटिंग प्लान और परीक्षाओं से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाई गई, जिसकी कुलपति तथा अधिकारियों द्वारा प्रशंसा की गई।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ध्यानी तथा विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा अरोमा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, हरिद्वार का भी आकस्मिक निरीक्षण किया गया जहां बीएससी कमेस्ट्री षष्टम सेमेस्टर की परीक्षाएं संचालित हो रही थी, निरीक्षण के दौरान पाया गया कि एक छात्र प्रश्न पत्र में उत्तर लिखकर नकल का प्रयास करवा रहा था जिसकी उत्तर पुस्तिका जब्त कर यू०एफ०एम० समिति को भेजने का कुलपति द्वारा निर्णय लिया गया, कुलपति द्वारा कॉलेज के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करते हुए परीक्षा केंद्र को 6 माह के लिए निरस्त किया गया।
कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, रुड़की का औचक निरीक्षण किया गया जहां बीबीए चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा संचालित की जा रही थी, संस्थान में सेमेस्टर परीक्षा से संबंधित व्यवस्थाएं व सामग्रियां ठीक पाई गई लेकिन परीक्षा कक्ष को छात्रों हेतु परीक्षा से पूर्व आधे घंटे पहले तैयार कर खोला जाना चाहिए था लेकिन संस्थान द्वारा परीक्षा कक्ष को खोला नहीं गया था, इस संबंध में कुलपति द्वारा संस्थान को निर्देशित किया गया कि इस प्रकार की पुनरावृति भविष्य में नहीं होनी चाहिए|
राजकीय महाविद्यालय, मरगूबपुर के औचक निरीक्षण में परीक्षा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं ठीक पाई गई कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा महाविद्यालय के पुस्तकालय का भी औचक निरीक्षण किया गया।
कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा चमन लाल महाविद्यालय, लंढौरा का परीक्षाओं से संबंधित समस्त व्यवस्थाओं से लेकर महाविद्यालय के पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब आदि का औचक निरीक्षण किया गया। कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने महाविद्यालय की व्यवस्था को देखते हुए महाविद्यालय की भूरी भूरी प्रशंसा की, महाविद्यालय में शैक्षणिक माहौल को देखकर कुलपति अभिभूत हुए।