वाशिंगटन : अमेरिका और ईरान (Iran) के मध्य जारी तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो (Michael Pompeo) सऊदी अरब (Saudi Arabia) की यात्रा पर रवाना हुए हैं। इस यात्रा पर वह यूएई के साथ ईरान से जारी तनाव के मुद्दे पर बातचीत करेंगे। अल अरेबिया के मुताबिक उन्होंने बिना किसी शर्त के ईरान से वार्ता की इच्छा जताई है। पोंपियो ने कहा कि ईरान को अच्छी तरह पता है कि अमेरिका क्या चाहता है।
बता दें कि ईरान ने पिछले हफ्ते अमेरिका के एक निगरानी ड्रोन को मार गिराया था। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था। ईरान का कहना है कि ड्रोन ने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था, जबकि अमेरिका का दावा है कि ड्रोन अंतरराष्ट्रीय जल सीमा पर उड़ान भर रहा था। अमेरिका का मानना है कि ईरान की तरफ से जिस तरह उकसाने वाली कार्रवाई की गई वह तनाव बढ़ाने वाली थी।
ईरान द्वारा निगरानी ड्रोन मारे जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य स्ट्राइक के आदेश दे दिए थे। हालांकि 10 मिनट पहले उन्होंने अपने फैसले को बदल दिया था। ट्रंप ने अपना फैसला बदलने के कारणों का जिक्र करते हुए कहा था कि अमेरिकी जनरल की ओर से उन्हें बताया गया कि यदि ईरान पर हमला होता है तो 150 लोग मारे जाते। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि ईरान पर हमला नहीं करने का विकल्प बंद नहीं हुआ है।
इस बीच, ईरान के सैन्य कमांडर मेजर जनरल घोलामली राशिद ने कहा है कि ईरान के साथ किसी भी तरह के टकराव से क्षेत्र में ऐसा युद्ध छिड़ेगा, जिसे संभालना मुश्किल होगा। यह अमेरिकी सेनाओं पर भी भारी पड़ेगा। अपने सैनिकों की जिंदगी को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी प्रशासन को जिम्मेदारी से कदम उठाना चाहिए। उन्होंने अमेरिका की दखल देने की नीति को तनाव का जिम्मेदार बताया। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने भी हालात के लिए अमेरिका को जिम्मेदार बताया है।