उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब कोरोना पैर पसार चुका है ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार नए के सामने आ रहे हैं और इन क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहे नए केसों को देखते हुए सरकार ने टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के अल्मोड़ा जनपद में भी गांव-गांव में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, यहां ग्रामीण क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन बढ़ते जा रहे हैं। जनपद में 20 से अधिक कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं, और कंटेनमेंट जोन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 20 मई 2021 तक यहां भनोली के 3 गांव, रानीखेत के 2 गांव, सोमेश्वर के 2 गांव, अल्मोड़ा के 05 गांव, सल्ट में 1 गांव, द्वाराहाट में 1 गांव, स्याल्दे में 04, लमगड़ा में 1, भिकियासैंण में 2 गांव कंटेनमेंट जोन में हैं।
वहीं 20 मई 2021 को ग्राम बज्जरखेडा़ (सराईंखेत) विकास खण्ड स्याल्दे, तहसील स्याल्दे में 17 व्यक्तियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उक्त गांव के व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण पाए जाने पर उनके एवं संपर्क में आए व्यक्तियों द्वारा उक्त ग्राम के आस पास के क्षेत्रों में आवागमन किए जाने से कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की प्रबल संभावना बनी हुई है, जिसे देखते हुए नायब तहसीलदार स्याल्दे एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देघाट द्वारा कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए ग्राम बज्जरखेडा को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया है।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन में आवश्यकतानुसार मोटर मार्गों, पैदल मार्गों जिनकी सीमा बज्जरखेडा (सराईंखेत) से लगी हुई है में बैरियर/रस्सी से आवागमन बंद कराये जाने की व्यवस्था थानाध्यक्ष सल्ट व खण्ड विकास अधिकारी स्याल्दे द्वारा की जाएगी।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित गांव में आवश्यक सामग्री की दुकान सीमित समय तक खुलेगी, इस सीमित अवधि में प्रत्येक परिवार का मात्र एक ही सदस्य आवश्यक वस्तुओं को क्रय करने हेतु उसी जोन स्थित दुकान तक जा सकेगा।