ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश से निकाले गए आउटसोर्स कर्मचारियों का मामला बिगड़ता जा रहा है। शुक्रवार की सुबह करीब 4:30 बजे नर्सिंग से निकाली गई दो युवतियां रेलवे स्टेशन जीआरपी चौकी के समीप स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गईं।
टंकी पर चढ़ी कंचन और मनीषा चंचल ने कहा कि जब तक एम्स प्रशासन निकाले गए सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को बहाल नहीं करता है वे अपनी मांग पर अड़ी रहेंगी। एम्स निष्कासित कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष दीपक रयाल ने बताया कि उन्हें करीब 6:00 बजे अन्य साथियों से सूचना प्राप्त हुई।
उन्होंने बताया कि आंदोलन में धरने में शामिल होने के कारण मनीषा चंचल के पति लैब असिस्टेंट सतीश चंचल को सेवा से हटा दिया गया। मौके पर अन्य आंदोलनकारी भी पहुंचे।
इस दौरान जीआरपी के कुछ सिपाही मौका मुआयना किया। रेलवे स्टेशन के समीप पानी की टंकी पर चढ़ी एम्स से निष्कासित दो युवतियों ने लिखित संदेश भेजकर बहाली की मांग की है। सूचना पर षिकेश एसडीएम प्रेमलाल, तहसीलदार रेखा आर्य, कोतवाली से एसएसआई मनोज नैनवाल पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे और उन्होंने युवतियों से वार्ता का प्रयास आरंभ कर दिया।