दूरस्थ प्रणाली से उच्चशिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश के सभी राजकीय महाविद्यालयों में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र खोले जाएंगे। पहले चरण में हल्दूचौड़, गोपेश्वर और नई टिहरी महाविद्यालय में अध्ययन केंद्र स्थापित कर दिए गए हैं।
प्रदेश में 102 राजकीय महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें से उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के मात्र 60 महाविद्यालयों में ही अध्ययन केंद्र चल रहे हैं। इसके अलावा पांच अशासकीय महाविद्यालयों में तथा 29 प्राइवेट अध्ययन केंद्र बने हुए हैं।
मुक्त विश्वविद्यालय के कुल 94 अध्ययन केंद्र ही संचालित हो रहे हैं। यूजीसी की सख्ती के चलते मानकों को पूरा न करने वाले 155 अध्ययन केंद्रों को पिछले दिनों बंद करना पड़ा था। अब नए सत्र 2019-20 में विश्वविद्यालय ने पहले चरण में सभी राजकीय महाविद्यालयों में अध्ययन केंद्र खोलने का फैसला किया है।
मान्यता बोर्ड की मंजूरी होगी जरूरी
विश्वविद्यालय की मान्यता बोर्ड की तीन जून होने वाली बैठक कई मायनों में अहम मानी जा रही है। पहली जुलाई से शुरू होने वाले नए सत्र में कौन-कौन से पाठ्यक्रम और कितने अध्ययन केंद्र संचालित होंगे, इसकी मंजूरी मान्यता बोर्ड द्वारा प्रदान की जाएगी।
इस बैठक में मान्यता बोर्ड के बतौर सदस्य पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. बीएस बिष्ट, एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रो. डीपी सकलानी, पंतनगर विवि के प्रो. बीएम कुमार के अलावा मुक्त विवि के सभी विभागों के निदेशक, प्रोफेसर भाग लेंगे। अध्यक्षता कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी करेंगे।
जिन राजकीय महाविद्यालयों में अध्ययन केंद्र नहीं हैं, उनके प्राचार्यों को अध्ययन केंद्र खोलने के लिए लिखा गया है। उच्चशिक्षा निदेशक की ओर से भी चिट्ठी भेजी गई है ताकि नये सत्र में विद्यार्थियों को दाखिला लेने में सुविधा मिल सके।
– प्रो. गिरिजा शंकर पांडेय, निदेशक क्षेत्रीय सेवाएं