
उत्तराखंड के सुदूरवर्ती गांवों में रह रहे पेंशनरों और विभिन्न बैंकों से जुड़े ग्राहकों को अपने गांव के पोस्ट ऑफिस में ही धनराशि निकालने और जमा करने की सुविधा मिल सकेगी। इसका सीधा फायदा ग्रामीण क्षेत्रों के बुजुर्गों को मिलेगा जिनकी पेंशन बैंक में आती हो और बैंक गांव से बहुत दूर हो। उत्तराखंड के सुदूरवर्ती गांवों में ऐसे कई बुजुर्ग लोग हैं जिन्हें अपनी पेंशन के लिए घर से काफी दूर जाना पड़ता है और कभी-कभी इस काम में दो से तीन दिन लग जाते हैं। इन्हीं सब परेशानियों को देखते हुए डाक विभाग की ओर से अपने ग्राहकों को आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) की सुविधा दी जा रही है। इसके तहत ग्राहक अपने किसी भी बैंक शाखा का पैसा अपने गांवों के डाकघर से निकाल सकेंगे, जिससे उन्हें बैंकों की लंबी लाइन से भी निजात मिल जाएगी।
चमोली और रुद्रप्रयाग जिले का प्रधान डाकघर गोपेश्वर में स्थित है। दोनों जिलों में 394 डाकघर हैं, जिनमें से 110 रुद्रप्रयाग में और 284 चमोली में हैं। डाक विभाग ने सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के अपने ग्राहकों को सुविधा देने के लिए एईपीएस योजना शुरू की है। इस योजना के तहत ग्राहक का देश के किसी भी कोने में बैंक खाता है, तो वह अपने गांव के डाकघर से आधार कार्ड दिखाने पर बैंक खाते से दस हजार रुपये तक निकाल कर सकता है। इसके लिए ग्राहक का डाकघर के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में खाता होना जरूरी है। डाकघर से ही ग्राहक बैंक में जमा धनराशि का बैलेंस, मिनी स्टेटमेंट और धनराशि आहरण की पर्ची भी हासिल कर सकता है।
एईपीएस सुविधा के लिए ये है जरूरी-
आपके क्षेत्र में डाकघर होना जरूरी।
ग्राहक का बैंक अकाउंट आधार से लिंक होना जरूरी है।
ग्राहक का खाता इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में भी होना चाहिए।