
जयपुर को पिंक सिटी के नाम से जाना जाता है, और उसका कारण है शहर के सभी भवन एक ही रंग से रंगे हुए हैं और वह रंग है गुलाबी। ऐसा ही कुछ अब उत्तराखण्ड़ के पिथौरागढ़ में भी देखने को मिलेगा। यहां अब सारे भवन एक ही रंग में नजर आएंगे, हालांकि अभी रंग तय नहीं हुआ।लेकिन अब नगरीय क्षेत्र में बनने वाले सभी मकानों का मॉडल और रंग एक ही होगा। डीडीए ऐसे लोगों को भवन बनाने के लिए छूट भी देगा।इसके साथ ही सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में एक ही आकार के बोर्ड भी लगेंगे।
फसाड़ नीति के तहत अब नगरीय क्षेत्रों में बनने वाले मकानों का बाहरी आकार एक जैसा होगा। ऐसे भवन स्वामियों को मकानों की ऊंचाई के लिए छूट भी दी जाएगी।नगरीय क्षेत्रों में विशेषकर मुख्य मार्गों से लगे व्यवसायिक प्रतिष्ठान, होटल, दुकान और आवासीय मकान के बाहरी आवरण को वास्तुकला के अनुरूप एक समान किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों के सौंदर्य में विस्तार करना है।जबरन किसी भी मकान के आकार एक डिजाइन के नहीं बनाए जाएंगे। यह सब लोगों की सहमति से किया जाएगा। डीडीए लागू होने से अब तक जिले भर में 1045 भवनों के नक्शे पास हो गए हैं। एनएच और एसएच से 200 मीटर ऊपर-नीचे मकान बनाने वाले लोगों को नक्शा पास कराना अनिवार्य है। अगर कोई भी मकान बिना नक्शा पास कराए बनेगा तो डीडीए उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा।