सीमा पार से आए आतंकी संगठन देश को दहलाने की फिराक में हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने देश के तीस शहरों को उड़ाने की धमकी दी है। आतंकियों की धमकी के मद्देनजर दून में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। देहरादून स्थित रक्षा संस्थानों के आस-पास भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। देहरादून में आईएमए जैसे महत्वपूर्ण रक्षा संस्थान हैं। स्कूलिंग के लिए मशहूर देहरादून में देश के प्रतिष्ठित घरानों के बच्चे पढ़ते हैं। ये पहला मौका नहीं है, जबकि देहरादून आतंकियों के निशाने पर आया है। पिछले कई साल से आतंकी दून को दहलाने की साजिश रच रहे हैं। साल 2009 में कुख्यात आतंकी रिचर्ड हेडली के तार भी दून से जुड़े मिले थे। आतंकी रिचर्ड हेडली ने देहरादून और मसूरी में स्थित दो नामी स्कूलों की रेकी की थी।
साल 2016 में हरिद्वार के रुड़की से आईएसआईएस से जुड़े चार संदिग्धों की गिरफ्तारी भी हुई थी। यही नहीं आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने वाले नावेद नाम के युवक के भी उत्तराखंड या आस-पास के राज्यों में छिपे होने की संभावना है। नावेद साल 2015 में यूपी के शामली जिले में आया था, इसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं। सुरक्षा एजेंसियां उसे ढूंढ रही हैं, नावेद के उत्तराखंड या फिर आस-पास के राज्यों में छिपे होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। अब जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35 ए हटाए जाने से बौखलाए आतंकी देश के 30 शहरों को उड़ाने की धमकी दे रहे हैं। धमकी मिलने के बाद देहरादून में रक्षा संस्थानों से लेकर एयरपोर्ट तक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस लाइन की एक तिहाई फोर्स को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, विधानसभा और सचिवालय की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। आईएमए और दूसरे रक्षा संस्थानों के आस-पास सघन चेकिंग अभियान चल रहा है।