Pulwama TerrorAttack के बाद आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार के पिता ने कहा है कि कभी वो भी इसी दर्द से गुजरे थे जिससे आज जवानों के परिवार वाले गुजर रहे हैं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले से सारा देश सदमे में है। हर कोई इस हमले के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ इस हमले को अंजाम देने वाले आत्मघाती हमलावर आदिल के पिता गुलाम हसन डार का कहना है कि वह भी कभी इसी दर्द से गुजरे थे जिससे आज जवानों के परिवार वाले गुजर रहे हैं। यह बात उन्होंने समाचार एजेंसी रॉयटर से बातचीत के दौरान कही है। गुरुवार को हुए इस हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे। आपको बता दें कि आदिल आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़ा था। इसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन का मुखिया पाकिस्तान में बैठा मसूद अजहर है, जिसको 1999 में इंडियन एयरलाइंस के अपहरण के बाद बंधकों को सुरक्षित छुड़ाने के लिए भारत को मजबूरन रिहा करना पड़ा था।
मन में था सुरक्षाबलों के लिए गुस्सा
आदिल के पिता गुलाम हसन डार ने इस आत्मघाती हमले के बाद रॉयटर से कहा कि तीन वर्ष पहले वह भी इस दर्द से गुजरे थे जिससे आज जवानों के परिवार वाले गुजर रहे हैं। उनके मुताबिक वर्ष 2016 में आदिल को स्कूल से वापस लौटते समय उसके दोस्त के साथ सुरक्षाबलों ने रोक लिया था और उसकी मार लगाई थी। इस बात से आदिल के मन में सुरक्षाबलों को लेकर काफी गुस्सा था। उनके मुताबिक आदिल और उसके साथी को सुरक्षाबलों ने पत्थरबाजी के आरोप में रोका था। इस घटना के बाद उसने आतंकवादी संगठन को ज्वाइन करने का मन बनाया था।
हमले के बार में पहले से नहीं था पता
आदिल के मां-बाप का कहना है कि वह सीआरपीएफ के काफिले पर होने वाले हमले के बारे में पहले से नहीं जानते थे। आदिल के पिता का कहना है कि पिछले वर्ष 19 मार्च को आदिल काम से घर नहीं लौटा था। इसके बाद परिजनों ने उसको करीब तीन माह तक तलाश किया था। काफी मुश्किलों के बाद वह मिला तो वह उसको वापस घर लाने में सफल हो सके थे। आपको बता दें कि जैश ए मोहम्मद द्वारा आदिल का एक वीडियो भी रिलीज किया गया है जिसमें वह मिलिट्री की ड्रेस पहने और हाथ में ऑटोमैटिक राइफल लिए दिखाया गया है। इस वीडियो में वह अपने प्लान को अंजाम देने के बारे में बता रहा है। यह वीडियो हमले के बाद जारी किया गया है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस हमले में आदिल के परखच्चे उड़ गए थे। घटनास्थल पर उसके हाथ के अलावा कुछ और नहीं था।