उत्तराखंडखास ख़बरनैनीताल

रामनगर-आगे कोरोना पीछे प्रशासन, एक सप्ताह बाद आई कंटेनमेंट जोन बनाने की याद।

ख़बर को सुनें

रामनगर में लखनपुर स्थित डोरवीं कॉलोनी को बुधवार शाम प्रशासन ने सील कर कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया। प्रशासन के इस फैसले पर कॉलोनी की जनता ने सवाल उठाए हैं, स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि जिन गलियों में कोरोना संक्रमित मिले हैं उन गलियों को 5 या 6 दिन के बाद कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील करने का क्या औचित्य है ? स्थानीय जनता ने प्रशासन से इस संबंध में सार्वजनिक रूप से जानकारी देने की मांग की है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन के द्वारा लखनपुर स्थित जिस डोरवीं कॉलोनी को कल शाम से कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील किया गया है, उसमें पहला संक्रमित मरीज 24 अगस्त को सामने आया था। जिसके बाद उसके परिजनों को अगले दिन क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया जिनमे 2 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इसमें पहला संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट आया है। प्रशासन के द्वारा कल 2 सितंबर शाम को इस गली को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है। स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर भारी आक्रोश है कि 24 अगस्त से लेकर 2 सितंबर तक उस मोहल्ले के लोगों का बाजार सरकारी, अर्द्ध सरकारी कार्यालयों,  बाजार में दैनिक कार्यों के लिए आना-जाना रहा। आज जब पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो करके अपने घर आ गया है उसके बाद गली को सील करना करने का क्या औचित्य हैै ? यह केवल और केवल लोगों को मानसिक, शारीरिक, आर्थिक रूप से परेशान करने की बात है।

लोगों का कहना है कि यदि गली को सील करना ही था तो 28 अगस्त को सील कर लोगों की जांच हो जानी चाहिए थी, लेकिन प्रशासन के द्वारा ऐसा नहीं किया गया। इस संबंध में एक ज्ञापन आयुक्त कुमाऊं मंडल, जिलाधिकारी नैनीताल, सीएमओ नैनीताल, उप जिलाधिकारी रामनगर , नोडल अधिकारी रामनगर को व्हाट्सएप के द्वारा भेजा गया है। जिसमें स्पष्ट नीति एवं उसका सही रूप से क्रियान्वयन करने तथा जनता से बेहतर संवाद बनाने की मांग की गई है।

Related Articles

Back to top button