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गुजरात में भयावह विमान हादसा 200 से अधिक लोगों की मौत…

हादसे के दौरान विमान में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्यों समेत 242 लोग सवार थे

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गुजरात में भयावह विमान हादसे में 200 से अधिक लोगों की जान चली गई। अहमदाबाद एयरपोर्ट से एयर इंडिया का विमान गुरुवार को लंदन के लिए उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही सरकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर छात्रावास से टकरा गया। हादसे के दौरान विमान में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्यों समेत 242 लोग सवार थे। हादसे में कुल 241 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। जबकि केवल एक विदेशी नागरिक की जान बच पाई है। विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडा के नागरिक सवार थे।

हादसे की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू अहमदाबाद पहुंच गए। प्रधानमंत्री ने नायडू को पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया करने के लिए निर्देश दिया है। साथ ही पल-पल की जानकारी साझा करने की बात कही है। हादसे के वक्त नायडू विजयवाड़ा में थे।

विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सीट नंबर 12 पर सवार थे। बताया जा रहा ये बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। इस हादसे में उनका भी निधन हो गया। एयर इंडिया के अनुसार बोइंग 787 ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट (एआई 171) अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दोपहर करीब एक बजकर 39 मिनट पर लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रनवे संख्या 23 से उड़ा। दो मिनट बाद ही विमान एयरपोर्ट के पास मेधानीनगर स्थित आवासीय क्षेत्र में एक घर से टकरा गया। घटना के वक्त विमान जमीन से 625 मीटर की ऊंचाई पर था। हादसे की खबर लगते ही एयरपोर्ट का संचालन रोक दिया गया। हालांकि घटना की सूचना के बाद अहमदाबाद पहुंचने वाले वीवीआईपी और जांच टीम के लिए एयरपोर्ट का संचालन जारी है।

नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बयान जारी कर बताया कि हादसे से पूर्व पायलट ने अहमदाबाद के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को में-डे कॉल दिया था। इसके बाद एटीसी ने विमान को कई निर्देश दिए जिसका कोई जवाब नहीं मिला। अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने कहा, राहत और बचाव कार्य जोरों पर है।

डीजीसीए ने बताया कि कैप्टन सुमित सभरवाल विमान को फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के साथ कमांड कर रहे थे। कैप्टन सुमित को 8200 घंटों का उडान का अनुभव था। वहीं को-पायलट के 1100 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव था। विमान में दो पायलटों के साथ 10 क्रू सदस्य सवार थे। डीजीसीए दोनों पायलटों से जुड़ी और जानकारी जुटाने में लगा है।

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