उत्तराखंड में कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस भी कहर बरपा रहा है, प्रदेश में लगातार ब्लैक फंगस के नए केस सामने आ रहे हैं। ऋषिकेश एम्स में बडी संख्या में ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ रहे हैं, यहां अब तक 42 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है, इसमें से दो की मौत हो चुकी है जबकि एक ठीक हो चुका है। वहीं पूरे प्रदेश में अब तक 47 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है।
ब्लैक फंगस के लक्षण व इससे बचाव को लेकर सरकार पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुकी है, जबकि इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली जरूरी दवाई को सरकारी निगरानी में रखने का फैसला लिया है। वहीं अब ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाली दवाई ऐफोटेरेसिन-बी का उत्पादन भी जल्द उत्तराखंड में शुरू हो सकेगा। प्रदेश में इसके लिए दो फैक्ट्रियां तैयार हैं, जिनके निरीक्षण के लिए केन्द्र की दो टीमें उत्तराखंड पहुंची हैं। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बताया कि हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर में दो फैक्ट्री तैयार हो चुकी हैं, केन्द्र की टीम का निरीक्षण पूर्ण होने के बाद जैसे ही अनुमति मिलेगी इन दोनों फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा जिससे उत्तराखंड के साथ ही अन्य राज्यों में भी दवा की आपूर्ति आसान हो जाएगी।