Home उत्तराखंड सुशीला तिवारी अस्पताल- लापरवाही, मौत और अब जांच के आदेश।

सुशीला तिवारी अस्पताल- लापरवाही, मौत और अब जांच के आदेश।

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हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में एक के बाद एक लापरवाही सामने आ रही हैं। एक मामले की जांच पूरी नहीं होती की तब तक कोई दूसरा बड़ी घटना घटित हो जाती है। प्रशासन मामले की जांच करने और कार्रवाई करने की बात करता है, लेकिन फिर भी लापरवाहियां थमने का नाम लेती। अब जिला प्रशासन ने अस्पताल के बाथरूम में मृत मिले कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के मामले में भी जांच बैठा दी है।

सुशीला तिवारी चिकित्सालय में भर्ती गुलरघट्टी रामनगर निवासी कोरोना पाॅजिटिव रईस अहमद बुधवार को वार्ड से गायब हो गए थे, गुरुवार को उनका शव अस्पताल के बाथरूम से बरामद हुआ था। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने मृत्यु की जाॅच किये जाने हेतु नगर मजिस्ट्रेट हल्द्वानी को जाॅच अधिकारी नामित किया है। उन्होंने जारी आदेश में नगर मजिस्ट्रेट हल्द्वानी को 15 दिन के भीतर जाॅच पूर्ण कर आख्या तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि नगर मजिस्ट्रेट हल्द्वानी ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय में भर्ती मरीज की मृत्यु की घटना संज्ञान में आने के उपरान्त स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ सुशीला तिवारी चिकित्सालय जाकर प्राचार्य एवं अन्य चिकित्सकों से इस सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी।

उनके द्वारा जिलाधिकारी को बताया गया कि गुलरघट्टी रामनगर निवासी रईस अहमद उम्र 53 वर्ष, 1 अगस्त को सुशीला तिवारी चिकित्सालय में भर्ती थे। उनकी कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त हुई थी, साथ ही  रईस डाॅयबिटिक एवं निमोनिया से भी ग्रसित था, जिसे चिकित्सालय के वार्ड नम्बर सी (बैड नम्बर 18) पर चिकित्सकीय उपचार हेतु भर्ती किया गया था।

चिकित्सकों द्वारा अवगत कराया गया कि 5 अगस्त को प्रातः 6 बजे से  रईस अपने वार्ड से गायब थे, जिसकी काफी ढूॅढ खोज करने के बाद भी पता नहीं चल पा रहा था। परिसर की पुनः सघन पड़ताल करने पर 6 अगस्त को रईस अस्पताल के अन्य तल में संदिग्ध अवस्था में मृत पाये गये थे। अस्पताल में पहले भी लापरवाही के मामले सामने आते रहे हैं, जिनमें से कुछ मामलों में जांच बैठाई गई लेकिन कार्रवाई कुछ भी नहीं हुई। अब देखना होगा कि यह मामला भी केवल जांच तक ही सीमित रहता है या लापरवाही को लेकर किसी के ऊपर कार्रवाई भी होगी।