
रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाॅकडाऊन को सख्ती से लागू रखना है। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाए। पेशेन्ट केयर पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में तय किया गया कि राज्य के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए। पूरे राज्य में दुकानों के खुलने का समय पहले की तरह सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक ही रहेगा।
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश के 9 पहाड़ी जिलों में सुबह 7 से शाम 6 बजे तक खोलने की घोषणा की थी। लेकिन एक दिन के भीतर ही सरकार ने अपना फैसला बदल दिया और पहले वाली स्थिति को बहाल कर दिया। सरकार का अपने ही फैसले को एक ही पलटने का कारण प्रदेश में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या हो सकती है। रविवार को ही प्रदेश में 3 नए कोरोना संक्रमित सामने आए जिससे शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ी है। रविवार को पहाड़ी जिलों में दुकानें शाम तक तो खुली थी, लेकिन बाजार में भीड़ नहीं थी, कई बाजारों में असमंजस की स्थिति रही थी, और 1बजे ही दुकानें बंद हो गई थी। इस स्थिति को देखते हुए भी सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा हो।