
अपनी खूबसूरती व शांत वादियों के कारण नैनीताल देशी व विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, और देश- विदेश से पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं। लेकिन 31 मार्च की शाम इन शांत वादियों में भी कोरोना की दहशत नजर आई, दहशत का कारण था शहर के कुछ लोगों का दिल्ली के निजामुद्दीन की तबलीगी में शामिल लोगों के सम्पर्क में आना। जिसके बाद शासन-प्रशासन ने करीब 8 लोगों को देर शाम ही आइसोलेट किया।
वहीं अब नैनीताल के तकरीबन 38 लोगों को नैनीताल के जिला अस्पताल बीडी पांडे द्वारा मल्लीताल में बने टीआरसी क्वारेन्टीन सेंटर में भर्ती कर दिया गया है। बीडी पांडे के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दुग्ताल ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि ये सभी लोग आखिरी बार 20 मार्च को ज़मात में शामिल हुए लोगों के साथ सम्पर्क में रहे थे, अभी फ़िलहाल इनमें से किसी में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण नही हैं लेकिन सावधानी बरतने के लिहाज से इन सभी 38 लोगों को क्वारेन्टीन करना बेहद ज़रूरी था।
गौरतलब है कि 31 मार्च को दिल्ली ज़मात में शामिल हुए लोगो और उनके संपर्क में आये कुछ लोगो के नामो की लिस्ट जारी हुई थी, जिनमें से कुछ लोगो को नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र में पोस्ट ऑफिस के पास से 31 मार्च की रात को ही जिला अस्पताल में भर्ती करवाये गए, जिसके बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था, नैनिताल में आईसोलशन में रखे गए सभी 38 लोगो की पिछली कॉन्ट्रैक्ट हिस्ट्री को खंगाला जाएगा, क्योंकि दिल्ली में हुई ज़मात में मौजूद भारी संख्या में लोग आए थे जिनमें से बताया जा रहा है करीब 24 लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव निकले है।