पौड़ी के बिलखेत क्षेत्र मेें खनन पट्टा आवंटित किया गया है। बरसात में बाढ़ के खतरों से सुरक्षा के मद्देनजर यह खनन पट्टा आवंटित किया गया है, लेकिन ग्रामीणों ने इस खनन पट्टे का विरोध करना शुरु कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि खनन पट्टा खुल जाने से उनके क्षेत्र में सामाजिक माहौल बिगड़ रहा है, जिस क्षेत्र में ये पट्टा निर्गत किया गया है, वह क्षेत्र प्रधानमंत्री अटल आदर्श ग्राम के तहत आता है। ऐसे में ग्रामीण इस क्षेत्र का माहौल बिगड़ने के और भविष्य में खनन कारोबारियों से डर बने रहने के आसार व्यक्त कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले उनके क्षेत्र में शराब की दुकान का आवंटन किया गया जिसका ग्रामीणों ने पूर्व में विरोध भी किया था, इसके बाद इस क्षेत्र में भांग की खेती का प्रोजेक्ट शुरू किया गया और अब उनके गांव में खनन पट्टे बिना ग्रामीणों से पूछे निर्गत किये गए हैं। ग्रामीणों की मानें तो सरकार की तमाम नीतियों से आदर्श गांव का माहौल खराब हो गया है, वहीं जिस गांव को सरकार ने स्वच्छता बनाये रखने पर अटल आदर्श ग्राम घोषित किया था अब उस क्षेत्र के निवासी ही खनन कारोबारियों से खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं।
ग्रामीणों की मानें तो सरकार इन नीतियों के बजाय खेती पलायन रोकथाम के उपाय पर कार्य करे तो बहेतर होता लेकिन शराब दुकानों के आवंटन भांग की खेती और अब खनन पट्टे गांव में सामाजिक वातारण पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं।
हालांकि जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया कि निर्गत किया गया पट्टा रिवर ट्रेनिंग के तहत दिया गया है, जिसमें रॉ मैटेरियल को एकत्रित कर बाढ़ के खतरों से बचने के दृष्टिगत आवंटित किया गया है, साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि यदि ग्रामीणों को इससे परेशानी का सामना करना पड़े तो उनके शिकायत को देखते हुए उचित कदम उठाया जाएगा।