रिनोवेशन कार्य के चलते तीन महीने से बंद पड़े देहरादून रेलवे स्टेशन पर 8 फरवरी से ट्रेनों की आवाजाही शुरु हो जाएगी। देहरादून रेलवे स्टेशन अब आपको कई परिवर्तन भी नजर आएंगे यह स्टेशन पहले के मुकाबले अब काफी सज संवर चुका है। प्लेटफार्म की संख्या और इसकी लंबाई बढ़ा दी गई है। कोच और ट्रेनों की संख्या में इजाफा करने के साथ ही यात्री सुविधाओं में सुधार किया गया है।
पिछले साल 10 नवंबर से दून स्टेशन पर 90 दिन के लिए ट्रैफिक ब्लॉक किया गया है। सात फरवरी को इसकी डेडलाइन पूरी हो रही है। पांच फरवरी तक तीन और पांच नंबर नए प्लेटफार्म बनकर तैयार हो चुके हैं। इसके अलावा पटरियां बिछाने, पावर केबिन बदलने, इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य, तीन नंबर प्लेटफार्म पर सीढ़ियां बनाने का काम भी पूरा हो चुका है। आठ फरवरी को दून स्टेशन से कुछ ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, सात फरवरी से विभिन्न ट्रेनों के रैक दून स्टेशन पहुंचने शुरू हो जाएंगे। आठ फरवरी से नंदा देवी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, दून नैनी एक्सप्रेस, राफ्ती गंगा एक्सप्रेस, मसूरी एक्सप्रेस आदि ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। नई दिल्ली-दून के बीच चलने वाली जन शताब्दी एक्सप्रेस का ट्रैक अंबाला डिविजन गया है। कोहरे के चलते पहले से स्थगित चल रही जनता, उपासना और उज्जैनी एक्सप्रेस को छोड़कर जनशताब्दी समेत अन्य ट्रेनों की आवाजाही 10 फरवरी से शुरू होगी।
अब दून स्टेशन पर कुछ प्लेटफार्म के नंबर भी बदल दिए गए हैं। दो नए प्लेटफार्म भी बनाए गए हैं। नई व्यवस्था के तहत पुराने एक नंबर प्लेटफार्म को ट्रेनें खड़ी करने के लिए आरक्षित रखा है। पुराना दो नंबर अब एक और पुराना तीन अब दो नंबर प्लेटफार्म हो गया है। दून के साथ ही डोईवाला स्टेशन का भी कायाकल्प कर दिया गया है। यहां अब दो प्लेटफार्म हो गए हैं। इससे दो ट्रेनों के आने की स्थिति में क्रॉसिंग के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
दून रेलवे स्टेशन अधीक्षक गणेश चन्द्र ठाकुर ने बताया कि ऑपरेटिंग से संबंधित लगभग सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। यात्री सुविधाओं और साज सज्जा के कुछ कार्य अंतिम चरण में हैं। कुछ ट्रेनों की आवाजाही तय समय आठ फरवरी से शुरू हो जाएगी। कोहरे के चलते रोकी गई ट्रेनों को छोड़कर बाकी ट्रेनों की आवाजाही 10 फरवरी से शुरू होगी।
पुराने प्लेटफार्म नंबर एक, चार और पांच नंबर प्लेटफार्म के ऊपर के शेड बदलने बाकी हैं। इसके अलावा पेयजल सुविधा शुरू करने, बैंच और प्लेटफार्म का सौंदर्यीकरण आदि विभिन्न यात्री सुविधाओं पर काम होना शेष है। यह काम ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने के बाद सहूलियत के हिसाब से चलते रहेंगे।