सीएए और एनआरसी को लेकर देशभर में विवाद चल रहा है, विपक्षी दल सहित कई संगठन भी इसका विरोध कर रहे हैं, वहीं भाजपा लोगों के बीच जाकर सीएए और एनआरसी के बारे में लोगों को समझा रही है। इसी बीच उत्तराखण्ड़ के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सीएए और एनआरसी को लेकर हो चल रहे विवाद पर बयान दिया है, उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें फीडबैक मिला है कि जामिया यूनिवर्सिटी और कश्मीर से कुछ असामाजिक तत्व उत्तराखंड में घुस आए हैं। ये लोग प्रदेश की जनता को सीएए के खिलाफ उकसाकर योजनाबद्ध तरीके से महौल बिगाड़ रहे हैं। वे यहां की शांति को भंग करना चाहते हैं। अगर ये सब नहीं रुका तो सरकार सख्त एक्शन लेगी। ऐसे लोगों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश के लोग लोकतांत्रित तरीके से किसी भी विषय पर आंदोलन करें तो यह उनका अधिकार है। लेकिन अगर बाहर के लोग यहां आकर इस तरीके से लोगों को उकसाएंगे और धरने प्रदर्शन कराएंगे तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।बता दें कि शाहीन बाग की तर्ज पर हल्द्वानी में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। ताज चौराहे पर मुस्लिम महिलाएं रातभर से धरने पर बैठी हैं। वहीं देहरादून में भी हाल ही में महिलाओं ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का यह बयान सामने आया है।