विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया देहरादून पंहुचे जहां उन्होंने एनआरसी, सीएए सहित कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय मीडिया के सामने रखी। उन्होंने कहा एनआरसी और सीएए कानून बनाना तो ठीक है, लेकिन केंद्र सरकार को बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रह रहे हिंदुओं से पहले हिंदुस्तान में ही शरणार्थी होकर रह गए हिंदुओं की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि आखिर कश्मीर से निष्कासित किए गए हिंदू कब अपने घर लौटेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार की कई नीतियों पर सवाल उठाए और कहा कि एक साल पहले तक 73 प्रतिशत भारत में राज कर रही भारतीय जनता पार्टी अब केवल 37 प्रतिशत तक सिमट गई है। इससे स्पष्ट है कि जनता भाजपा सरकार की नीतियों से खुश नहीं है।
वहीं उन्होनें उत्तराखण्ड़ सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हम चारधाम देवस्थानम बोर्ड के गठन का विरोध करते हैं, क्योंकि धर्मनिरपेक्ष सरकार का काम मंदिर चलाना नहीं है।यदि राज्य सरकार में दम है तो वही मजिस्द और चर्च का अधिग्रहण करके दिखाए।उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार विकास के नाम पर मठ मंदिरों की संपत्ति हड़पना चाहती है।साथ ही कहा कि वह मदिरों के अधिग्रहण को लेकर देश भर में साधु संतो से मिलेगे और मदिरों के अधिग्रहण के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाएंगे। सरकार को चारधाम देवस्थानम बोर्ड़ वापस लेना चाहिए।