क्या आप शोरगुल वाली जगहों पर जाना पंसद करते हैं या फिर आपका घर किसी ऐसी जगह पर हैं, जहां शोर बहुत ज्यादा रहता है। अगर हां तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है और आपको हार्ट अटैक देकर आईसीयू में भेज सकता है। पीएलओएस वन जर्नल (PLOS One journal)में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के निष्कर्षों में इस बात का खुलासा हुआ है। 21, 403 चीनी मजदूरों से प्राप्त डेटा पर किए शोध से ये सामने आया है कि लंबे वक्त तक शोरगुर भरे परिवेश में रहने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है। हालांकि इस अध्ययन का दायरा व्यापक है, इसलिए शोर को आधिकारिक तौर पर हाइपरटेंशन का जोखिम भरा कारक घोषित करने के लिए और काम किए जाने की जरूरत है।
शोर और ब्लड प्रेशर
मनुष्यों में प्राकृतिक रूप से कुछ अप्रिय घटनाओं के होने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है। बहुत से वैज्ञानिकों के लिए लंबे अरसे से एक बड़ा सवाल रहा है कि क्या शोरगुल ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। इस अध्ययन ने पहली बार इस विषय पर प्रकाश डालने की कोशिश की है। पिछले कुछ अध्ययनों में इस बात की पुष्टि हुई कि ध्वनि प्रदूषण बहरेपन से जुड़ा हुआ है। अब इस अध्ययन ने पुष्टि की है कि बहरापन किसी व्यक्तिगत शोग के संपर्क में आने से भी हो सकता है।
पीएलओएस वन जर्नल में प्रकाशित हुआ अध्ययन
चीन के सिचुआन प्रांत के चेंगडु में 40 साल की औसत उम्र के 21, 403 मजदूरों पर यह अध्ययन किया गया। ऑडियोमैट्रिक टेस्ट का प्रयोग करते हुए विभिन्न स्वास्थ्य पैमाने के साथ उनका ब्लड प्रेशर भी जांचा गया। पिछले निष्कर्षों के मुताबिक, शोरगुल भले माहौल में ज्यादा समय तक काम करने से ये लोग बहरेपन का शिकार होते हैं। अध्ययन के मुताबिक, कम शोरगुल वाली जगहों पर रहने वाले 34 फीसदी लोगों में ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया। जबकि ज्यादा शोरगुल वाली जगहों पर रहने वाले 281 फीसदी लोगों में ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया।
कितने लोग ब्लड प्रेशर से पीड़ित
2019 के आंकड़ों के मुताबिक, 97.2 करोड़ से ज्यादा लोग या फिर विश्व की 26 फीसदी आबादी हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित है। अध्ययनों में इस बात का पुष्टि की गई है कि 2025 तक यह संख्या 29 फीसदी हो जाएगी। हालिया शोध में बड़े पैमाने पर नमूने लिए गए, जिसमें शोरगुल को ब्लड प्रेशर बढ़ने के आधिकारिक कारण के रूप में घोषित करने के लिए और समर्थन की जरूरत पर जोर दिया गया। इसकी पुष्टि हो जाने पर शोरगुल भरे परिवेश में बदलाव और हवाईअड्डे जैसे स्थानों के समीप रहने वाले लोगों को हाइपरटेंशन और ह्रदय रोगों से बचाने के लिए नए तरीके ढूंढने होंगे।