देहरादून : अक्टूबर समाप्ति की ओर है, पर डेंगू अभी भी कहर बरपा रहा है। दून में डेंगू संदिग्ध दो मरीजों की मौत हो गई है। इनमें एक सरस्वती विहार अजबपुर निवासी महिला एवं दूसरी माजरा निवासी किशोरी है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने दोनों का डेथ ऑडिट कराने की बात कही है। वहीं, संबंधित अस्पतालों से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है।
अजबपुर निवासी एक दुकानदार की 38 वर्षीय पत्नी पांच दिनों से राजपुर रोड स्थित एक अस्पताल में वेंटीलेटर पर थी। बताया गया है कि उनके किडनी, गुर्दे, लिवर फेल हो जाने की वजह से उनकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि डेंगू के चलते उन्हें पांच दिन तक एक अन्य निजी अस्पताल में भर्ती रखा गया था। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर यहां लाया गया। गुरुवार को उनकी मौत हो गई।
इसके अलावा माजरा निवासी 15 वर्षीय किशोरी की गुरुवार शाम मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि उसे डेंगू हुआ था, वह एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने दोनों के घर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि दोनों की मौत की जानकारी मिली है, लेकिन डेंगू से मौत की जानकारी नहीं है। अस्पतालों से रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं डेथ ऑडिट भी कराया जाएगा।
31 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि
जनपद देहरादून में 31 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। यहां अब तक 4736 मरीज डेंगू पॉजीटिव आ चुके हैं। वहीं, राज्य में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा नौ हजार तक पहुंचने वाला है। देहरादून की तरह नैनीताल, हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर में भी इस बार डेंगू ने खूब कहर बरपाया है।
डेंगू की बीमारी फैलाने वाला एडीज मच्छर पिछले तीन माह से भी अधिक समय से पहाड़ व मैदान में जिस तरह कहर बरपा रहा है। उससे स्वास्थ्य विभाग की भी नींद उड़ी हुई है। माना जा रहा था कि वातावरण में ठंड की दस्तक के बाद डेंगू के मच्छर की सक्रियता स्वत: ही कम हो जाएगी। इस बार ऐसा हुआ नहीं। आए दिन डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि पहले की अपेक्षा इनकी संख्या जरूर कम हुई है। बहरहाल, अक्टूबर का महीना बीतने को है, पर डेंगू के मच्छर की सक्रियता अब भी बरकरार है।