एक दुखद खबर पिथौरागढ़ से आ रही है, जहां इंजीनियरिंग की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। 21 साल की रजनी आर्या इंजीनियरिंग कॉलेज पिथौरागढ़ में बीटेक थर्ड इयर में पढ़ रही थी। रजनी होनहार थी, माता-पिता को उससे बड़ी उम्मीदें थी। बेटी जीवन में कुछ बन जाए, इसीलिए उन्होंने रजनी को पढ़ने के लिए पिथौरागढ़ भेजा था, पर रजनी ने एकाएक खुदकुशी कर ली। बेटी की मौत से परिजन सदमे में हैं। उनके आंसू थम नहीं रहे। रजनी मूल रूप से बागेश्वर के गरूड़ की रहने वाली थी। वो कॉलेज के पास स्यूनीगैर में किराये पर कमरा लेकर रह रही थी। रजनी अकेली रहती थी। मंगलवार को परिजनों ने रजनी को कई बार फोन किया पर फोन नहीं उठा। परिजन रजनी से संपर्क करने में नाकामयाब रहे। उनका मन अनहोनी की आशंका से कांप उठा।
रजनी से बात नहीं हुई तो परिजनों ने उसकी सहेलियों से कहा कि वो रजनी के घर जाकर देखें कि वो ठीक है कि नहीं। बुधवार को जब सहेलियां रजनी के कमरे में पहुंची तो कमरा अंदर से बंद मिला। सहेलियों ने खिड़की से कमरे में झांका तो वहां का मंजर देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। कमरे में रजनी की लाश फंदे पर लटक रही थी। सहेलियों ने इस बारे में तुरंत मकान मालिक को बताया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को अपने कब्जे में ले लिया। रजनी की लाश के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने खुदकुशी के लिए स्वयं को जिम्मेदार बताया है। छात्रा की खुदकुशी से इलाके के लोग स्तब्ध हैं, खुदकुशी की वजह का पता नहीं चल पाया है। पुलिस की जांच जारी है।