ऋषिकेश: एम्स रोड पर सीमा डेंटल कॉलेज के समीप विस्थापित क्षेत्र में एक सर्राफ को दुकान के बाहर अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर घायल कर दिया। गोली सर्राफ की पीठ में बायीं ओर नजदीक से मारी गई है। गंभीर रूप से घायल सर्राफ को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया है। घायल के पास से उसकी दुकान की चाबी और बैग नहीं मिला है, जिस कारण पुलिस इसे लूट की घटना मान जांच कर रही है। उधर, देर रात एसएसपी निवेदिता कुकरेती भी ऋषिकेश पहुंच गईं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से घटना के बाबत जानकारी ली। साथ ही बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर तलाश शुरू करने के आदेश दिए।
टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र आमबाग सीमा डेंटल कॉलेज के समीप मुख्य मार्ग पर वीरेंद्र सिंह चौहान पुत्र सुंदर सिंह चौहान निवासी पशुलोक निर्मल बाग विस्थापित क्षेत्र, आमबाग ऋषिकेश की साक्षी ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। रविवार को रोज की तरह वीरेंद्र सिंह रात्रि करीब सवा आठ बजे दुकान बंद करके घर के लिए निकले। इस बीच किसी अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें गोली मारकर घायल कर दिया।
गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो व्यापारी वीरेंद्र सिंह दुकान के बाहर की जमीन पर गिरे हुए थे। समीप रहने वाली महिलाओं ने जख्म के ऊपर चुन्नी बांधी। वहां से गुजर रहे बनखंडी निवासी दीपक बिष्ट ने कार से घायल को एम्स ऋषिकेश पहुंचाया। घटना की सूचना पाकर पुलिस उपाधीक्षक वीरेंद्र सिंह रावत और एसएसआइ मनोज नैनवाल घटनास्थल पर पहुंचे। एसएसआइ ने बताया कि दुकान के बाहर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है।
दुकान के भीतर कैमरे लगे हैं। पुलिस कुछ दूरी पर एक व्यापारिक प्रतिष्ठान पर लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाल रही है। एम्स के चिकित्सकों के मुताबिक वीरेंद्र सिंह को पीठ पर बायीं ओर सटाकर गोली मारी गई है। जहां गोली लगी है, वहां करीब एक इंच के जख्म का निशान बना हुआ है। घायल की हालत गंभीर है। देर रात पुलिस अधीक्षक देहात पदमेंद्र डोभाल एम्स पहुंचे और उन्होंने घायल का हाल जाना। जिसके बाद उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले में लूट की आशंका को लेकर मामले की जांच कर रही है।
समीप ही भवन का निर्माण करा रहा है व्यापारी
स्वर्ण व्यापारी वीरेंद्र सिंह दुकान के समीप ही पशुलोक विस्थापित कॉलोनी में अपने नए भवन का निर्माण करा रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक स्वर्ण कारोबारी वीरेंद्र सिंह की विस्थापित क्षेत्र में पुरानी दुकान है। स्थानीय निवासी होने के कारण वीरेंद्र का सभी से अच्छा व्यवहार भी है। देर रात स्वर्ण व्यापारी वीरेंद्र सिंह को गोली लगने की खबर पाकर बड़ी संख्या में विस्थापित क्षेत्र से लोग एम्स पहुंच गए थे।
विस्थापित क्षेत्र आमबाग में सर्राफ को मेन रोड पर गोली मारे जाने की घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है। अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पायी है, मगर बताया जा रहा है कि हमलावरों की संख्या दो थी और वह मोटरसाइकिल पर सवार थे। एक हमलावर पगड़ीधारी बताया जा रहा है। इस बात को च्वैलर्स वीरेंद्र सिंह ने भी तब बताया था जब उन्हें एम्स में ले जाया जा रहा था।
स्वर्ण कारोबारियों पर पहले भी हुए हमले
तीर्थनगरी में स्वर्ण व्यापरियों पर पहले भी हमले हो चुके हैं। करीब दस वर्ष पूर्व वीरभद्र मार्ग पर ही बाबा काली कमली संस्कृत महाविद्यालय के समीप एक स्वर्ण कारीगर प्रोवीर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कारीगर से बदमाशों ने लाखों के जेवरात लूटे थे। वहीं दूसरा मामला 12 अक्टूबर 2016 का है। जब देहरादून मार्ग पर बस अड्डा तिराहे पर देवबंद सहारनपुर के एक स्वर्ण व्यापारी के कारीगर जोगेंद्र उर्फ इंदर पुत्र सुमेर को बाइक सवार तीन हमलावरों ने गोली मार दी थी। इस कारीगर की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। हालांकि इस पूरे मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया था।
फ्लेटों की जांच की मांग
स्थानीय लोगों का कहना था कि एम्स बनने के बाद विस्थापित क्षेत्र में बड़ी संख्या में फ्लेट और व्यवसायिक भवनों का निर्माण हुआ है। इन फ्लेट और व्यवसायिक भवनों में कौन लोग रह रहे हैं, इसका कोई रिकॉर्ड किसी के पास नहीं है। विस्थापित विजेंद्र गुलियाल ने पुलिस से विस्थापित क्षेत्र में रहे रहे बाहरी लोगों का सत्यापन कर यहां बने फ्लेटों की भी जांच करने की मांग की है।