देहरादून: गर्मियां शुरू होते ही उत्तराखण्ड के अनेक इलाकों में पानी की किल्लत बढ़ने लगी है, देहरादून हल्द्वानी सहित कई जगहों पर पाइन का पानी नहीं आ रहा है। जिससे जनमानस में खासा रोष व्याप्त है।
उत्तराखण्ड की नदियां देश की 60 करोड़ जनता की पीने, सिंचाई आदि की सारी पानी की दिक्कतें दूर कर जीवन देती हैं। परंतु आज उत्तराखण्ड वासी ही पानी के लिए धक्के खा रहे हैं।
देहरादून
राजधानी और आसपास के इलाकों में गुरुवार शाम तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश से जगह-जगह बिजली के तार टूटने और ट्रांसफार्मर फुंकने से बिजली गायब हो गई। जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश थमने के बाद ऊर्जा विभाग की टीमें मरम्मत में जुटी हुई हैं। लेकिन, देर रात तक आधे से ज्यादा इलाकों में आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई थी। इस संबंध में यूपीसीएल के मुख्य अभियंता एके सिंह ने बताया कि बारिश और आंधी से कई इलाकों की बिजली गुल हो गई है।
गोविंदगढ़, राजीवनगर के कई इलाकों में पिछले 4-5 दिनों से पीने का पानी नहीं आ रहा है। जिससे लोग खासा नाराज हैं।
हल्द्वानी
समूचे शहर में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। पानी के लिए जलसंस्थान में हल्ला बोल दिनभर प्रदर्शन होते रहे। जलसंस्थान टैंकरों से भी क्षेत्रवासियों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति नहीं करा पा रहा है। गुरुवार को तमाम इलाकों के लोगों ने जलसंस्थान दफ्तर में प्रदर्शन कर जल्द पेयजल सप्लाई बहाल करने की मांग की।
इंदिरा नगर वार्ड 25, काठगोदाम टंगड़, जोशी खोला धान मिल, संगम विहार रौला कालोनी, कुमाऊं कालोनी, इंदिरानगर क्षेत्र में लाइनों में प्रेशर कम होने से सप्लाई बाधित है।
वहीं अधिशासी अभियंता जलसंस्थान विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि दूसरे ट्यूबवेल से नई लाइन बिछाई जाएगी, कुमाऊं कालोनी, जोशी खोला, काठगोदाम क्षेत्र में शुक्रवार को निरीक्षण कर वास्तविकता का पता लगाएंगे।