नई दिल्ली :
अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले की शुक्रवार को निंदा करते हुए सभी देशों से आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह और समर्थन नहीं देने की अपील की. यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए-मोहम्मद ने किया है. बृहस्पतिवार को हुए हमले में केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए जबकि कई अन्य घायल हुए हैं. जैश के एक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में सीआरपीएफ की एक बस में विस्फोटक लदे वाहन से टक्कर मार दिया. जिससे हुए विस्फोट में सैनिक शहीद हुए हैं. हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वह किसी भी रूप में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है. शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा, “भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले की अमेरिका कड़े शब्दों में निंदा करता है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकवादी घोषित पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इस जघन्य कृत्य की जिम्मेदारी ली है. हम सभी देशों से आह्वान करते हैं कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन करें ताकि आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह और समर्थन देने से बचा जा सके”. आपको पुलवामा (Pulwama IED Blast) में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की वास्तविक सूची सीआरपीएफ थोड़ी देर बाद जारी करने की तैयारी में है. जवानों के नाम जारी किये जाने में देरी की वजह कई शवों का क्षत विक्षत होना है इस वजह से उनकी पहचान में देरी हुई. सूत्र बता रहे हैं कि इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों का आंकड़ा 41 के करीब पहुंच गया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर सीआरपीएफ ने 37 जवानों के शहीद होने की ही पुष्टि की है.