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टिहरी झील के ऊपर बना रोपवे एक महीने से बंद, 70 किमी दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंच रहे लोग

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गौर हो कि टिहरी बांध की झील के ऊपर करीब दो करोड़ की लागत से भल्डियाना-मोटना रोपवे बनाया गया है। जिसका संचालन बीएम इंटर प्राइजेस देहरादून कर रही है। इस रोपवे से प्रतापनगर के लंबगांव माटना, ओखला चौंधार, रमोली इलाके के करीब 50 से अधिक गांवों की आवाजाही का मुख्य साधन है, लेकिन ये रोपवे 20 दिसंबर 2018 से बंद पड़ा है। जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रोपवे सचांलकों का कहना है कि रोपवे को चलाने के लिये छह महीने के लिये लोक निर्माण विभाग बौराड़ी के द्वारा टेंडर किये गये थे। इसके तहत शुरुआत में उन्हें 39 लाख का टेंडर मिला था। रोपवे मरम्मत करने के बाद इसे चलाया, लेकिन बजट की कमी होने से इसे बंद करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि बजट मिलने पर जल्द इसका संचालन फिर से शुरू कर दिया जायेगा।
इस रोपवे पर काम करने वाले चौकीदार मदन सिंह ने बताया कि रोपवे बीते 20 दिसंबर 2018 से बंद है। इस रोपवे में चार ट्रॉली लगे हुए हैं। अभी इसका संचालन बंद है।

वहीं, मामले पर प्रभारी जिलाधिकारी आशीष भटगाईं ने बताया कि मामला अभी संज्ञान में आया है। आवागमन बाधित ना हो इसके लिए संबंधित विभाग को रोपवे का तत्काल सुचारू करने का निर्देश दिया गया है।

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