युवक के शव की तलाश में जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने शक्ति नहर में सर्च अभियान चलाया। दोपहर बाद तक युवक का कुछ पता नहीं चल सका। युवक के शव की तलाश के लिए वाटर ड्रोन का इस्तेमाल भी किया गया।
वहीं युवक की हत्या के विरोध व आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर व्यापार मंडल चकराता ने छावनी बाजार सांकेतिक रूप से बंद किया और परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की।
छावनी बाजार के व्यापारियों ने आज दोपहर 12 बजे से एक बजे तक अपने प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से बंद रखे। व्यापार मंडल अध्यक्ष विवेक अग्रवाल ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस प्रशासन मृतक की लाश को नहीं ढूंढ पाया है जो खेद का विषय है। साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग आरोपियों को कढ़ी से कढ़ी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सभी व्यापारियों ने मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए उनकी हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया। बाजार बंद में व्यापार मंडल अध्यक्ष विवेक अग्रवाल, उपाध्यक्ष अमित अड़ोड़ा, सचिव राजेश्वर वर्मा, अनिल चौहान, संजय जैन, केशर चौहान, नैन सिंह राणा, कमल रावत, राहुल चांदना, तीर्थ कुकरेजा, राजकुमार मेहता, प्रताप चौहान आदि व्यापारी शामिल रहे।
झिटाड त्यूनी निवासी मोती सिंह को 16 जनवरी को विकासनगर कोतवाली क्षेत्र से कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने नवाबगढ़ के दो युवकों नदीम और अहसान को हिरासत में लिया था, पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि मोती की हत्या के बाद उन्होंने शव को शक्तिनहर में फेंक दिया था। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ अपहरण के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस खुलासे के बाद क्षेत्र में दो पक्षों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। इसे देखते हुए जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। शनिवार को लोगों ने एसडीएम को घेराव किया था। हालांकि, तब अधिकारियों ने समझाबुझाकर लोगों को शांत करा दिया था। रविवार को बड़ी संख्या में जौनसार बावर और पछवादून क्षेत्र के लोग ढकरानी बैराज में एकत्र हुए। यहां बैठक के बाद दोपहर एक बजे लोग जुलूस के रूप में डाकपत्थर चौक पहुंचे और यमुनोत्री-दिल्ली नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। इसके बाद लोगों ने विकासनगर बाजार को भी बंद करा दिया। इस दौरान लोगों की कुछ दुकानदारों और पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक हुई थी।