
उत्तराखण्ड में 2 नवंबर से 10 वीं व 12 वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। पहले दिन सरकारी स्कूल खुले, लेकिन प्राइवेट स्कूलों ने बंद ही रहे। सरकारी स्कूलों में भी पहले दिन छात्र-छात्राओं की संख्या कम ही रही। लंबे समय बाद दोबारा स्कूल खुलने से विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षकों में उत्साह नजर आया, लेकिन स्कूल खुलने के साथ ही कोरोना संक्रमण भी स्कूलों तक जा पहुंचा। सोमवार को रानीखेत के मिशन इंटर कॉलेज का एक छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो वहीं राजकीय इंटर कॉलेज बैलपड़ाव में सोमवार सुबह स्कूल पहुंची शिक्षिका शाम को कोरोना संक्रमित पाई गई।
मंगलवार को सभी शिक्षकों और स्टाफ के सैंपल लेने के बाद तीन दिन के लिए स्कूल बंद कर दिया गया है। मामले के अनुसार राजकीय इंटर कॉलेज बैलपड़ाव की एक शिक्षिका रविवार को कोरोना सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, सोमवार स्कूल खुलने पर वह स्कूल भी आई थी, शाम को उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यह सूचना जब विभाग समेत कॉलेज स्टाफ को मिली तो सभी में हडकंप मच गया। जिसके बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे स्कूल स्टाफ सैंपल लेकर जांच को भेजने के साथ सभी को आईसोलेशन में भेज दिया गया है। स्कूल में तीन दिन के लिए छुट्टी कर दी गई है।