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श्रीलंका को भारत ने पहले ही दी थी आतंकी हमले की चेतावनी

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श्रीलंका को  भारत ने आतंकी हमले को लेकर तीन बार चेतावनी दी थी। यहां तक कि रविवार को जब हमला हुआ था, उस दिन भी भारत ने हमले की चेतावनी दी थी। ये बात मामले की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ इंटेलिजेंस अधिकारी ने पहचान ना बताने की शर्त पर कही है। बता दें ईस्टर रविवार को हुए बम धमाकों में 321 लोगों की मौत हो गई है और करीब 500 लोग घायल हुए। बम धमाकों के लिए चर्च और फाइव स्टार होटलों को निशाना बनाया गया था। जिनमें से अधिकतर आत्मघाती थे।

भारत ने पहली चेतावनी 4 अप्रैल को दी थी। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने बीते साल दिसंबर के समय इस्लामिक स्टेट के कोयंबटूर मॉडल की जांच की थी। इस दौरान नेशनल तौहीद जमात के लीडर मौलवी जहरान बिन हाशिम की वीडियो की जांच भी की गई।

अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने अधिकारी के हवाले से लिखा है कि एजेंसियों ने पहली चेतावनी में श्रीलंका को कहा था कि चर्चों के अलावा कोलंबो में भारतीय उच्चायोग को निशाना बनाया जा सकता है। वहीं दूसरी चेतावनी हमले से एक दिन पहले यानी शनिवार को दी गई थी, जो पहली चेतावनी से अधिक पुख्ता थी। जिसमें संभावित लक्ष्यों के बारे में भी बताया गया था।

वहीं अंतिम बार तीसरी चेतावनी आत्मघाती हमलों से कुछ घंटों पहले भेजी गई थी। एक अधिकारी ने बताया, “हमलों की जानकारी तकनीकी साधनों और मानवीय सूत्रों के माध्यम से एकत्रित जानकारी के विस्तृत विश्लेषण के बाद दी गई थी।” वहीं श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे भी ये बात स्वीकार कर चुके हैं कि भारत ने कई बार हमलों को लेकर चेतावनी दी थी।

रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय खुफिया एजेंसी में कई अधिकारियों ने पुष्टि की है कि हाशिम अपनी वीडियो में श्रीलंका, तमिलनाडु और केरल के मुस्लिम युवाओं को क्षेत्र में इस्लामिक शासन की स्थापना के लिए उकसा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने इन वीडियो की विस्तृत जांच की। इन वीडियो को पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, मोबाइल फोन और सीडी/डीवीडी में स्टोर करके रखा गया है।

ये वीडियो 19 दिसंबर, 2018 को कुनियामुथुर, उक्कदम, चेन्नई के ओटेरी, तिंदीवनम और कोयंबटूर के वैराइटी हॉल रोड पर आईएस के छह संदिग्धों के आवासों पर छापेमारी कर बरामद की गईं। इन छह संदिग्धों को कोयंबटूर में हिंदू नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला करने की योजना बनाने के आरोप में  1 सितंबर, 2018 को गिरफ्तार किया गया था।

ये छह संदिग्ध नियमित रूप से हाशिम के भाषणों को सुना करते थे। अधिकारी बताते हैं, हाशिम अपनी वीडियो में आक्रामक रूप से बार-बार कहता है, “जल्द कुछ बड़ा होने वाला है, उन समुदायों के खिलाफ जो शरिया का पालन नहीं करते।” कोयंबटूर मॉड्यूल के कुछ सदस्य श्रीलंका के कुछ लोगों के संपर्क में भी थे। इन युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में हाशिम की अहम भूमिका रही है।