Home खास ख़बर दिल्ली भीषण अग्निकांड में अब तक 27 लोगों की मौत, कई घायल….

दिल्ली भीषण अग्निकांड में अब तक 27 लोगों की मौत, कई घायल….

321
SHARE

दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार को चार मंजिला इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई। देर रात तक इमारत में कई लोग फंसे हुए थे। उन्हें निकालने की कोशिश की जा रही थी। आग इतनी भयावह है कि कई मकान भी इसकी चपेट में आ गए। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। पुलिस ने कंपनी के मालिक वरुण गोयल और हरीश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है।

70 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे:मेट्रो पिलर संख्या 544 के पास रोहतक रोड पर पांच सौ वर्ग गज में बनी यह इमारत है। यहां सीसीटीवी कैमरे एवं राउटर का निर्माण और पैकेजिंग होती है जिसमें स्थानीय महिलाएं काम करती हैं। पहली मंजिल पर कंपनी का दफ्तर बना हुआ है। घटना के समय इमारत में 76-77 लोग काम कर रहे थे।

खिड़कियां तोड़कर 60 लोगों को बाहर निकाला : पुलिस ने बताया कि शुक्रवार शाम 4.35 बजे इमारत की पहली मंजिल से धुआं उठता दिखा और फिर धीरे-धीरे आग ने पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। इसके बाद भगदड़ मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस, दमकल, डीडीएमए एवं कैट्स की टीम ने क्रेेन के जरिए खिड़कियां तोड़कर 60 लोगों को बाहर निकाला।

कुदकर बचाई जान:दमकलकर्मियों ने बताया कि कई लोगों ने खिड़कियों से कूदकर जान बचाई। कुछ लोग बचने के लिए पीछे की ओर भागे लेकिन धुआं वहां भी भरता गया। आग नीचे के फ्लोर पर लगी थी, इसलिए लोग वहां से निकल नहीं पाए। बचाव कार्य में एनडीआरएफ भी लगाई गई। कुछ देर मेट्रो परिचालन भी रोकना पड़ा।

आग बुझाने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद भी ली: आग की भयावहता को देखते हुए दमकल विभाग ने ड्रोन कैमरे की मदद ली। उससे मिली तस्वीरों और वीडियो के आधार पर आग बुझाने की कोशिशें की गईं लेकिन देर रात तक इसमें कामयाबी नहीं मिल सकी। दमकल के अधिकारी ने बताया कि कुछ शव इस कदर जल चुके थे कि वे पहचान में नहीं आ रहे थे। आग बुझाने के बाद इसके ठंडे होने का इंतजार किया जाएगा। इसके साथ ही कूलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। फिर बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। देर रात तक आग के कारणों का पता नहीं चल पाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये आर्थिक मदद का ऐलान किया है।

खौफनाक मंजर

घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया

घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने संजय गांधी अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया। इसकी वजह से घायलों को एम्बुलेंस बिना किसी ट्रैफिक जाम के अस्पताल तक पहुंचा सकी।