चमोली जनपद में आई आपदा के बाद तपोवन टनल में राहत एवं बचाव अभियान लगातार जारी है। आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत भी रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आज जोशीमठ में आईटीबीपी अस्पताल में रेस्क्यू किए गए लोगों से मुलाकात की और उनका हाल जाना, मुख्यमंत्री ने कहा कि जिंन 12 घायलों का रेस्क्यू किया गया है वे यहां भर्ती हैं, सभी ठीक हैं उन्होंने बताया कि शरीर में काफी दर्द है। डॉक्टरों का कहना है कि ये धीरे-धीरे ठीक हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ग्लेशियर टूटने से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया और कहा कि यहां राशन का कोई अभाव नहीं है, डॉक्टरों की टीम काम कर रही है। रैणी गांव में दो लोगों के घर आपदा में ध्वस्त हुए हैं, मैंने ज़िलाधिकारी से कहा है कि उन लोगों के घर बनाए जा सकते हैं।
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चमोली ज़िले में ग्लेशियर टूटने से प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे किया। #Uttarakhand pic.twitter.com/r4fFV2CZxS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2021
वहीं मुख्यमंत्री ने तपोवन टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर कहा कि ये रणनीति बनी है कि वहां(टनल) दो मशीनों से काम लिया जा सकता है ताकि जल्दी लोगों को रेस्क्यू किया जा सके। टनल के अंदर 30-35 लोगों के फंसे होने की संभावना है, उन तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड अशोक कुमार ने बताया है कि टनल में थोड़ा और आगे बढ़े हैं, अभी टनल खुली नहीं है। हमें उम्मीद है कि दोपहर तक टनल खुल जाएगी। अभी कुल 26 शव बरामद हुए हैं।
सोर्स- एएनआई