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आ गई डीएनए जांच रिपोर्ट, सजा भुगती किसी और ने। आरोपी निकला कोई और..

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उत्तराखंड में इन दिनों एक हाई प्रोफाइल सेक्स कांड चर्चा का विषय बना हुआ है, आरोपी एक सत्ता पक्ष का विधायक है, और आरोप लगाने वाली महिला भी विधायक के क्षेत्र से ही है। महिला का आरोप है कि 2 साल से विधायक ने उससे कई बार संबंध बनाए और विधायक से उसकी एक बेटी भी है, महिला ने अपनी बेटी और विधायक के डीएनए टेस्ट की मांग की है। मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। चूंकि यह मामला सत्ता पक्ष के विधायक से जुड़ा हुआ है, इसलिए सुर्खियों में बना हुआ है। लेकिन कुछ मामले ऐसे भी होते हैं जो लोक- लाज के कारण सामने नहीं आ पाते या इन मामलों को दबा दिया जाता है।

बीती 6 फरवरी को नैनीताल में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था जहां एक नवजात बच्ची को नाले में फेंक दिया गया था। पुलिस ने मामले की जांच की तो इस नवजात की मां एक नाबालिक लड़की निकली और पूछताछ में आरोप लड़की के नाबालिक चचेरे भाई पर लगे जिसे पुलिस ने बाल संरक्षण गृह भेज दिया था। लेकिन अब इस मामले में नवजात की डीएनए जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद एक नया खुलासा हुआ है, जिसमें नाबालिग से रेप का आरोपी उसका जीजा निकला है।

मामले की जांच करते हुए मल्लीताल पुलिस ने उस दौरान 4 संदिग्ध लोगों के डीएनए रिपोर्ट जांच के लिए भेजी थी। जिसका नवजात शिशु से मिलान किया गया, रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि नाबालिग से उसके जीजा धनी राम ने दुष्कर्म किया। कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया जा रहा है।

मामले की जांच करते हुए पुलिस आज असली आरोपी तक पहुंच चुकी है और अब वह अपने किए की सजा भी भुगतेगा, लेकिन इस मामले में एक नवजात की जान भी चली गई है। बता दें कि उस वक्त नवजात बच्ची की मां नाबालिग लड़की ने पुलिस के सामने बयान देकर अपने से छोटे 13 वर्षीय सगे चचेरे भाई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसके बाद उस नाबालिग लड़के को बाल संरक्षण ग्रह भेज दिया गया था और उसके खिलाफ विभिन्न धाराएं भी लगाई गयी थी, कोर्ट से जमानत मिलने के बाद लड़के ने स्टॉफ हाउस क्षेत्र के जंगल मे खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद लड़के के परिजनों ने उक्त नाबालिग लड़की और उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था।

इस पूरे मामले में नैनीताल जिलाधिकारी व नैनीताल पुलिस की तत्परता से असली गुनहगार तो सामने आया है, लेकिन अब देखना होगा कि इस प्रकरण के कारण जिस नाबालिक लड़के की मौत हो गई क्या उसे भी इंसाफ मिल पाएगा ?