हमारे देश में आज भी लोग ट्रैफिक रूल्स को हल्के में लेते हैं। कई लोगों को ट्रैफिक रूल तोड़ना किक जैसा लगता है, सोचते हैं कि बड़ी जंग जीत ली। पर ये लोग धोखा ट्रैफिक पुलिस को नहीं, बल्कि खुद को दे रहे होते हैं। उत्तराखंड में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद लगातार कार्रवाई हो रही है, ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले धरे जा रहे हैं। वाहनों के चालान कट रहे हैं, भारी-भरकम जुर्माना वसूला जा रहा है, पर हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। देहरादून में लोगों को ट्रैफिक रूल्स सिखाने के लिए आरटीओ विभाग ने कई मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक रूल्स से संबंधित बोर्ड लगाए हैं, लेकिन लोग ना तो इन्हें देखते हैं, और ना ही ट्रैफिक रूल्स अपनाने की कोशिश करते हैं। भारी-भरकम जुर्माने का डर भी लोगों को सुधार पाने में नाकामयाब रहा है। ऐसे लोगों को आरटीओ विभाग और ट्रैफिक पुलिस बख्शने के मूड में नहीं है। एक वेबसाइट की खबर के मुताबिक देहरादून में जागरुकता अभियान के दौरान आरटीओ विभाग ने एक बाइक का चालान काटा। बाइक सवार के पास गाड़ी से संबंधित कोई कागज नहीं थे। जिस पर विभाग ने बाइक सवार पर 13 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। जागरुकता अभियान के दौरान आरटीओ विभाग ने कुल 15 वाहनों के चालान किए। देहरादून में आरटीओ लगातार जागरुकता अभियान चला रहा है, ताकि लोगों को एमवी एक्ट के बारे में बताया जा सके। दस अक्टूबर से आरटीओ का अभियान जारी है। जिसके तहत लोगों को डबल हेलमेट और जेब्रा कॉसिंग के इस्तेमाल के लिए कहा गया। अभियान के दौरान खुद आरटीओ अरविंद पांडेय भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। अभियान के तहत एक बाइक का 13 हजार का चालान किया गया। 15 अन्य वाहनों के खिलाफ भी चालान काटने की कार्रवाई की गई।