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देहरादून: श्री गुरु नानक देव जी 550वां प्रकाश पर्व, गुरुद्वारा रेसकोर्स में शाम को सजेगा बड़ा दीवान..

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आज 12 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा) को मनाया जा रहा है श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशपर्व है। भारत पाकिस्तान बंटवारे के 72 वर्ष बाद पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब को भारत की संगत के लिए खोल दिया गया है। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब वह स्थान है जहां गुरु नानक जी ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे। वर्ष 1539 में वह ज्योति जोत समा गए थे।

श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व आज मनाया जा रहा है। गुरु नानक देव जी ने दुनिया को ‘नाम जपो, किरत करो, वंड छको’ का संदेश देकर समाज में भाईचारक सांझ को मजबूत किया और एक नए युग की शुरुआत की। सामाजिक कुरीतियों का विरोध करके उन्होंने समाज को नई सोच और दिशा दी। गुरु जी ने ही समाज में व्याप्त ऊंच-नीच की बुराई को खत्म करने और भाईचारक सांंझ के प्रतीक के रूप में सबसे पहले लंगर की शुरुआत की।

उनका जन्म 1469 में श्री ननकाना साहिब (पाकिस्तान) में हुआ। हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा का दिन देश विदेश में उनके प्रकाश पर्व के रूप में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। गुरमति समागम आयोजित कर गुरु जी की बाणी और उनकी शिक्षाओं से संगत को निहाल किया जाता है। गुरु नानक नाम लेवा संगत उन्हें बाबा नानक और नानकशाह फकीर भी कहती है।

गुरु नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में लगा दिया। उन्होंने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान, ईरान और अरब देशों में भी जाकर लोगों को पाखंडवाद से दूर रहने की शिक्षा दी। गुरु जी के जन्मदिवस को गुरु पर्व या प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। श्री ननकाणा साहिब में प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब भी है। इसका निर्णाण महाराजा रणजीत सिंह ने करवाया था।

प्रकाशपर्व के दिन जहां गुरुद्वारों में भव्य सजावट की जाती है, अखंड पाठ साहिब के भोग डालेे जाते हैं और लंगर बरताए जाते हैं। प्रकाश पर्व से पहले प्रभातफेरियों निकालकर गुरु जी के आगमन पर्व की तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं। संगत सतनाम श्री वाहेगुरु और बाणी का जाप करते हुए चलती है। शहरों में भव्य नगर कीर्तन निकाले जाते हैं। सभी जत्थों का जगह-जगह पर भव्य स्वागत किया जाता है। धार्मिक दीवान सजाए जाते हैं और शबद कीर्तन किया जाता है। गुरुद्वारों में दिन रात धार्मिक कार्यक्रम जारी रहते हैं।

इस मौके पर नगर किर्तन निकाले गए। गुरुद्वारा रेसकोर्स गोविंद नगर में शाम को बड़ा दीवान सजेगा। वहीं, विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य जांच, रक्तदान समेत कई आयोजन होंगे।सोमवार को सिख समाज के लोग आयोजन की तैयारियों में जुटे रहे। गुरुद्वारा सिंह सभा (आढ़त बाजार) के सदस्य सेवा सिंह मठारू ने बताया कि प्रकाश पर्व पर मुख्य कार्यक्रम गुरुद्वारा रेसकोर्स गोविंद नगर में होगा।

सुबह 4 बजे से पाठ के साथ कार्यक्रम शुरू होंगे। शाम 6.45 बजे रात का दीवान सजेगा, जिसमें रहिरास साहिब जी पाठ करेंगे। गुरमत विचार, शबद-कीर्तन व रात 10.15 बजे गुरु की अरदास की जाएगी।उधर, उत्तरांचल कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल में प्रकाश पर्व पर निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर शुरू होगा। जबकि यूनाइटेड सिख फेडरेशन व अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से गुरुद्वारा रेसकोर्स में रक्तदान शिविर लगाया जाएगा।